आज यानी की 07 जुलाई को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं। धोनी हमेशा अपना जन्मदिन सादगी से मनाना पसंद करते हैं। लेकिन वहीं उनके फैंस पहले से ही धोनी का जन्मदिन सेलिब्रेट करना शुरूकर देते हैं। क्रिकेट की दुनिया में धोनी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। लेकिन उनको सफलता के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। हालांकि जब जज्बा बड़ा होता है, तो कुछ भी मुश्किल नहीं होता है, यह महेंद्र सिंह धोनी ने साबित कर दिखाया। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर महेंद्र सिंह धोनी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म
झारखंड के रांची शहर में 07 जुलाई 1981 को महेंद्र सिंह धोनी का जन्म हुआ था। एक छोटे से शहर से होने के बावजूद भी धोनी ने अपनी कड़ी मेहनत, प्रतिभा और जुनून के साथ अपने सपने को पूरा किया। महेंद्र सिंह धोनी को लोग प्यार से माही भी बुलाते हैं। बता दें कि उन्होंने अपने करियर की शुरूआत एक छोटे से मैदान से की थी।
क्रिकेट में करियर
माही छोटे से मैदान में क्रिकेट नहीं बल्कि फुटबॉल खेला करते थे। दरअसल, वह अपनी टीम के गोल कीपर थे। उनकी फुर्ती से बॉल लपकने की कला ने कोच को इंप्रेस किया और माही को देखकर कोच ने अपना मन बदल दिया और उन्हें क्रिकेट में दाखिला दिला दिया। दिल में आग और दिमाग में बर्फ लिए महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा बल्ला घुमाया कि उन्होंने लोगों का दिल जीतना शुरूकर दिया। धोनी ने टीम इंडिया के सफल कप्तान के तौर पर अपनी जगह बनाई और उनकी कैप्टनसी में भारतीय टीम ने आईसीसी टी20 विश्व कप, आईसीसी वनडे विश्व कप और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
भारतीय, माही को बतौर टीम इंडिया के कप्तान और उनकी उपलब्धियों के लिए पसंद करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि माही क्रिकेटर नहीं बल्कि सेना में भर्ती होना चाहते थे। इस बारे में माही ने खुद खुलासा किया था। दरअसल, मिलिट्री के पैराशूट रेजीमेंट में धोनी ने एक बार जवानों के साथ टाइम स्पेंड करने के दौरान बताया था कि वह हमेशा से फौजी बनना चाहते थे। धोनी ने बताया कि उनको हाइट से डर लगता है, लेकिन इसके बाद भी माही ने जवानों के साथ फैन जंप किया।
धोनी ने बताया कि भारतीय सेना की वर्दी में कुछ खास है, क्योंकि उनको फैन जंप के दौरान थोड़ा भी डर नहीं लगा। बता दें कि साल 2011 में वर्ल्ड कप जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय सेना के टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक दी गई थी। इस सम्मान को लेने के लिए माही मानद रैंक लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी पहनकर गए थे। इसके अलावा साल 2018 में उनको पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।