टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2024 के अंत में हुए 0-3 के होम सीरीज हार पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर ने कहा कि इस हार को भारतीय क्रिकेट के सबसे खराब स्तर की याद दिलाने वाला अनुभव माना जाना चाहिए और टीम को भविष्य पर फोकस करना चाहिए।
बता दें कि भारत, रोहित शर्मा की कप्तानी में, न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में सफाया झेल गया। यह 2012 के बाद पहली बार था जब भारतीय टीम ने घरेलू टेस्ट सीरीज गंवाई, और पिछले दो दशकों में यह पहली बार था जब टीम बिना किसी जीत के सीरीज समाप्त हुई। गौतम गंभीर के लिए यह लाल गेंद क्रिकेट में कोच के रूप में दूसरा कार्यकाल था, उन्होंने राहुल द्रविड़ से यह जिम्मेदारी संभाली थी।
गौरतलब है कि भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 की जीत के बाद न्यूजीलैंड सीरीज में भारी उम्मीदों के साथ एंट्री की थी। खास बात यह थी कि मेहमान टीम के स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन सीरीज का हिस्सा नहीं थे। बावजूद इसके, बेंगलुरु टेस्ट में भारत केवल 46 रनों पर ऑल आउट हो गया, जिससे टीम को शुरुआती झटका लगा। पुणे में भी वापसी नहीं हो पाई और हार के साथ एक असाधारण घरेलू साीरीज बन गई। मुंबई में मिली हार ने भारत की 12 साल की घरेलू अनबिटन स्ट्रीक को तोड़ दिया और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत के अभियान पर भी असर डाला।
गौतम गंभीर ने JioHotstar पर कहा कि कई लोगों को उम्मीद थी कि भारत न्यूजीलैंड को आसानी से हरा देगा, लेकिन यह हार उनके कोचिंग कार्यकाल की सबसे बड़ी सीखों में से एक बन गई है। उन्होंने कहा, “मैं अपने दिल से कह रहा हूं कि इस हार को मैं कभी नहीं भूल सकता और भूलना भी नहीं चाहिए। मैंने खिलाड़ियों से कहा है कि भविष्य पर ध्यान देना जरूरी है, लेकिन कभी-कभी अतीत को याद रखना भी महत्वपूर्ण है।”
मौजूद जानकारी के अनुसार, लाल गेंद क्रिकेट में शुरुआती चुनौतियों के बावजूद, गौतम गंभीर ने टीम इंडिया को सफेद गेंद क्रिकेट में सफलता दिलाई है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर लगातार सफलता हासिल की। गंभीर ने कहा कि हर दिन उन पर दबाव है, चाहे वह न्यूजीलैंड की हार के बाद हो, ऑस्ट्रेलिया की सीरीज के बाद या चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने के बाद। उन्होंने जोर देकर कहा कि टीम 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर रही है और इस जिम्मेदारी को समझना जरूरी है।