बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरा हुई भगदड़ ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। इस दुखद हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना ने ने केवल खेल प्रेमियों, बल्कि पूरे कर्नाटक को गहरे सदमे में डाल दिया।
वहीं हादसे के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सख्त कदम उठाते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। शुक्रवार को बेंगलुरु पुलिस ने आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू हेड निखिल सोसले, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क की सीनियर इवेंट मैनेजर किरण कुमार और वाइस प्रेसिडेंट सुनील मैथ्य को गिरफ्तार कर लिया।
ये हादसे तब हुआ जब आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के लिए स्टेडियम के बाहर हजारों फैंस जमा हुए थे। जश्न का आयोज आरसीबी, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से किया गया था। लेकिन भीड़ प्रबंधन में भारी चूक और सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण ये उत्सव एक त्रासदी में बदल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात नहीं था और आयोजकों ने भीड़ की संख्या का सही आकलन नहीं किया था।
सीएम सिद्धारमैय ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले लिए। उन्होंने इस हादसे की जांच के लिए कर्नाटक हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस माइकल डी कुन्हा की अध्यक्षता में एक एकल-न्यायिक आयोग गठित करने का ऐलान किया।
आयोग को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही, सीएम ने बेंगलुरु पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इनमें बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी. दयानंद, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार विकास, डीसीपी शेखर एच टेक्कनवर, कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर और अन्य निचले स्तर के अधिकारी शामिल हैं।