लाहौर में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मुकाबला खेला जा रहा है। उन्होंने लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी और जबर्दस्त कारनामा अंजाम दिया। डकेट ने चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास की सबसे बड़ी पारी खेलने का कमाल किया है। उन्होंने 143 गेंदों में 17 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 165 रन बनाए। चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार किसी बल्लेबाज ने 150 रनों का आंकड़ा छुआ है। डकेट से पहले टूर्नामेंट में सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड नाथन एस्टल और एंडी फ्लावर के नाम दर्ज था।
डकेट ने दो दशक पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर डाला है। न्यजीलैंज के पूर्व सलामी बल्लेबाज एस्टल ने 2004 में आयोजित चैंपियंस ट्ऱॉफी में 151 गेंदों में नाबाद 145 रन बनाए थे, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उन्होंने ये पारी द ओवल स्टेडियम में संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ खेली थी। वहीं, जिम्बाब्वे के पूर्व धाकड़ क्रिकेटर एंडी फ्लावर ने 2002 में भारत के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी मैच में 164 गेंदों में 145 रन जुटाए थे। उन्होंने 13 चौके मारे थे। उनके बाद लिस्ट में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (नाबाद 141, साउथ अफ्रीका के खिलाफ), महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (141, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) और साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ (141, इंग्लैंड के खिलाफ)हैं।
वहीं मैच की बात करें तो इंग्लैंड ने टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 351 रन बनाए हैं। इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। फिल साल्ट (10) दूसरे ओवर में बेन ड्वार्शुइस का शिकार बन गए। विकेटकीपर जेमी स्मिथ (15) का बल्ला भी नहीं चला। ऐसे में डकेट और जो रूट ने बखूबी मोर्चा संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 158 रनों की दमदार साझेदारी की। रूट ने 78 गेंदों में चार चौकों की मदद से 68 रन बनाए। उन्हें एडम जम्बा ने 31वें एवर में एलबीडब्ल्यू किया। हैरी ब्रूक (3) सस्ते में आउट हुए। कप्तान जोस बटलर ने 23 और लियाम लिविंगस्टोन ने 14 रन का योगदान दिया। डकेट को मार्न लाबुशेन ने 48वें ओवर में पवेलियन भेजा।