मुल्लांपुर में शनिवार को खेले गए पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबले में रॉयल्स टीम की जीत हुई। शिमरोन हेटमायर की 10 गेंद में नाबाद 27 रन की ताबड़तोड़ पारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने पंजाब को एक गेंद शेष रहते तीन विकेट से मात दी।
पंजाब किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट खोकर 147 रन बनाए। इसके जवाब में रॉयल्स की टीम ने 19.5 ओवर में सात विकेट खोकर 152 रन बनाए। राजस्थान को आखिरी ओवर में 10 रन चाहिए थे, शिमरोन हेटमायर ने तीसरी और पांचवीं गेंद पर छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाई। मैच के बाद हेटमायर को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ से नवाजा गया।
वहीं हेटमायर के अलावा यशस्वी जायसवाल ने भी राजस्थान के लिए 39 रन का अहम योगदान दिया।
पंजाब के लिए कगिसो रबाडा ने चार ओवर में 18 रन देकर दो जबकि चोटिल शिखर धवन की जगह टीम की अगुवाई कर रहे सैम कुरेन ने 25 रन देकर दो विकेट लिये।
केशव महाराज (चार ओवर में 23 रन देकर दो विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से राजस्थान ने पंजाब को 150 रन के अंदर रोक दिया। उन्हें आवेश खान (34 रन पर दो विकेट) , ट्रेंट बोल्ट (22 रन पर एक विकेट), युजवेंद्र चहल (31 रन पर एक विकेट) और कुलदीप सेन (35 रन पर एक विकेट) का अच्छा साथ मिला।
पंजाब की टीम 13वें ओवर में 70 रन पर पांच विकेट गंवा कर संघर्ष कर रही थी लेकिन आशुतोष शर्मा (16 गेंद में 31 रन) , जितेश शर्मा (24 गेंद में 29 रन) और लियाम लिविंगस्टोन (14 गेंद में 21 रन) ने आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाकर टीम को चुनौती देने लायक स्कोर तक पहुंचाया।
आशुतोष ने अपनी पारी में तीन छक्के और एक चौका जड़ा तो वहीं जितेश ने एक चौका और दो छक्के लगाये। लिविंगस्टोन ने दो चौके और एक छक्का लगाया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए यशस्वी जायसवाल और जोस बटलर की जगह टीम में शामिल हुए तनुष कोटियान (31 गेंद में 24 रन) ने राजस्थान का सधी हुई शुरुआत दिलायी।
कोटियान ने अर्शदीप के खिलाफ तो रबाडा ने जायसवाल के खिलाफ चौका जड़ा। दोनों ने इसके बाद संभल कर खेलते हुए पावरप्ले में टीम का स्कोर 43 रन तक पहुंचाया।
कोटियान को तेजी से रन बनाने में परेशानी हो रही तो जायसवाल ने सैम कुरेन और लिविंगस्टोन के खिलाफ चौके जड़ें।
आठवें ओवर में टीम के रनों का पचासा पूरा हुआ लेकिन नौवें ओवर में लिविंगस्टोन ने कोटियान को आउट कर पहले विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी को तोड़ा।
कप्तान संजू सैमसन (14 गेंद में 18 रन) ने 11वें ओवर में लिविंगस्टोन के खिलाफ छक्का और चौका लगाकर टीम की रन गति को बढ़ाने की कोशिश की। अगले ओवर में रबाडा की गेंद को जायसवाल थर्डमैन की दिशा में हर्षल पटेल के हाथों में खेल गये।
रबाड़ा ने इसके बाद सैमसन को पगबाधा किया जिसके बाद राजस्थान के बल्लेबाज तेजी से रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे।
शानदार लय में चल रहे रियान पराग (18 गेंद में 23 रन) ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 17वें ओवर में अर्शदीप के खिलाफ छक्का जड़ा लेकिन इस ओवर में रबाडा ने उनका शानदार कैच लपका।
ध्रुव जुरेल (छह) रन बनाकर हर्षल का शिकार बने लेकिन हेटमायर ने चौका और छक्का जड़ उनके ओवर को खत्म किया। अब राजस्थान के सामने आखिरी दो ओवर में 20 रन बनाने की चुनौती थी।
पोवेल ने 19वें ओवर में कुरेन के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े लेकिन तीसरे गेंद पर विकेटकीपर जितेश को कैच दे बैठे।
केशव महाराज (एक) भी इसी ओवर में पवेलियन लौट गये।
अर्शदीप ने आखिरी ओवर में हेटमायर को शुरूआती दो गेंदों में चकमा दिया लेकिन वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ने तीसरी और पांचवीं गेंद पर छक्का जड़कर टीम की जीत पर मुहर लगा दी।
पंजाब को बल्लेबाजी में धवन की कमी खली। उनकी जगह टीम में आये अथर्व तायडे ने दूसरे ओवर में कुलदीप सेन का स्वागत लगातार दो चौके से कर आक्रामक तेवर दिखाये लेकिन चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिए आये आवेश ने उनकी 12 गेंद में 15 रन की पारी को खत्म किया।
पावरप्ले में पंजाब की टीम एक विकेट पर 38 रन ही बना सकी।
सातवें ओवर में गेंदबाजी के लिए आये चहल ने प्रभसिमरन सिंह (10 रन) को चलता किया तो अगले ओवर में महाराज ने जॉनी बेयरस्टो (15) का शिकार किया।
पंजाब ने नौवें ओवर में मुश्किल से रनों का अर्धशतक पूरा किया। कुरेन भी बल्ले से कुछ कमाल नहीं कर सके। वह महाराज का दूसरा शिकार बने। जिससे पंजाब का स्कोर एक विकेट पर 41 रन से चार विकेट पर 52 रन हो गया।
शानदार लय में चल रहे शशांक सिंह और लय तलाश रहे जितेश शर्मा ने 12वें ओवर में महाराज के खिलाफ एक-एक चौके लगाकर रन गति तेज करने की कोशिश की।
शशांका हालांकि नौ रन बनाकर सेन की गेंद पर ध्रुव जुरेल को कैच देकर पवेलियन लौट गये।
पंजाब के बल्लेबाज अगले कुछ ओवर में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे लेकिन जितेश ने 15वें ओवर में चहल के खिलाफ छक्का जड़ा जबकि अगले ओवर में उन्होंने सेन के खिलाफ गेंद को दर्शकों के पास पहुंचाया। इसी ओवर का अंत लिविंगस्टोन ने चौका और छक्का से किया। पंजाब ने इस ओवर में 17 रन बटोर कर रनों का शतक पूरा किया।
आवेश के खिलाफ 17वें ओवर में बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में जितेश रियान पराग को कैच थमा बैठे।
इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर क्रीज पर आये आशुतोष ने चहल के खिलाफ शानदार छक्का लगाया लेकिन अगली गेंद पर संजू सैमसन के शानदार प्रयास से लिविंगस्टोन रन आउट हो गये।
आशुतोष को आवेश की गेंद पर 19वें ओवर में जीवनदान मिला और उन्होंने इसका जश्न इस गेंदबाज के खिलाफ दो छक्के लगाकर मनाया।
उन्होंने 20वें ओवर में बोल्ट के खिलाफ चौका जड़ा लेकिन पारी की आखिरी गेंद पर महाराज को कैच देकर आउट हो गये।