इन दिनों भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। जहां मेजबान टीम इंग्लैंड ने दो मैच जीतकर सीरीज में 2-1 से बढ़त बनाई हुई है। वहीं हाल ही में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में खेला गया जिसे भी इंग्लैंड टीम ने जीता। लेकिन इस जीत के बाद भी इंग्लिश टीम को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। दरअसल, आईसीसी ने इंग्लिश टीम पर भारत के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में स्लो ओवर रेट से गेंदबाजी कराने को लेकर डबल जुर्माना ठोका है।
जीत के बावजूद इंग्लैंड की टीम के खाते में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंक भी कटे हैं। स्लो ओवर रेट के लिए आईसीसी ने इंग्लैंड पर 10 फीसदी मैच फीस का जुर्माना ठोका है। साथ ही टीम के खाते में से WTC के दो पॉइंट्स भी काटे गए हैं। जिससे उनका जीत प्रतिशत 66.67 से गिर गया और अब पूरी टीम दूसरे नंबर पर खिसक गई है।
आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इंग्लैंड की टीम को स्लो ओवर रेट का दोषी पाया है। दो ओवर की देरी इंग्लैंड ने की, जिसके लिए पूरी टीम को सजा मिली है। प्लेयर्स एंड प्लेयर्स सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.22 के अनुसार, जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, खिलाड़ियों पर उनके द्वारा निर्धारित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। इंग्लैंड ने दो ओवर तय समय में नहीं फेंके तो उन पर 10 फीसदी जुर्माना तय लगा है।
वहीं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस अपराध को स्वीकार करते हुए प्रस्तावित दंड भी स्वीकार किया है। जिस कारण औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रजा और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने इंग्लैंड पर ये आरोप तय किए थे।