पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर रहे दानिश कनेरिया ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर जमकर अपने ही देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लताड़ लगाई है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद दुनिया भर में आक्रोश फैला हुआ है।
इस आतंकी हमले के बाद दानिश कनेरिया भी आग बबूला हो गए है। इस पूरे मामले पर पाकिस्तान द्वारा चुप्पी साधने को लेकर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ पर कड़ा प्रहार किया। दानिश कनेरिया ने कहा कि शरीफ सच जानते हैं फिर भी आतंकवाद के खिलाफ उन्होंने एक शब्द नहीं बोला लेकिन उसे बढ़ावा ही दे रहे है।
दानिश कनेरिया अपने मुखर अंदाज के लिए काफी चर्चित रहते हैं। अपनी इसी बेबाक अंदाज के साथ उन्होंने कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक पर एक पोस्ट में कहा कि शरीफ की खामोशी बहुत कुछ बयां कर रही है। यह इशारा है कि आतंकवाद को पाकिस्तान में संरक्षण दिया जा रहा है। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दानिश कनेरिया काफी रोष में है। इस हमले के बाद उन्होंने कई ट्वीट सोशल मीडिया पोस्ट पर किए हैं।
दानिश कनेरिया ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को भी टैग किया है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अगर पाकिस्तान का पहलगाम आतंकी हमले में कोई हाथ नहीं है तो प्रधानमंत्री ने अब तक इस हमले की निंदा क्यों नहीं की है। आपकी सेना अचानक हाई अलर्ट पर क्यों आ गई। आप सच जानते हैं कि आप आतंकियों को बना दे रहे हैं और उन्हें बढ़ावा दे रहे है। आपको शर्म आनी चाहिए।
बता दें कि दानिश कनेरिया खुद इस आतंकी हमले के बाद काफी विचलित हो गए हैं। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आतंकी हमले में कभी कश्मीरी मुसलमान को निशाना क्यों नहीं बनाया गया। आतंकी हमले हिंदुओं पर ही क्यों होते हैं। यह हमने सिर्फ कश्मीरी पंडित या फिर भारत के अलग-अलग जगह से आए हुए हिंदू पर्यटकों पर क्यों हुए। आतंकवाद चाहे जैसा भी हो उसकी कीमत पूरी दुनिया चुका रही है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब मैं पाकिस्तान की जर्सी जी से पहनता था। मैदान पर खून पसीना बहाया लेकिन मेरे साथ भी वही हुआ जो पहलगाम हमले के पेड़ों के साथ सिर्फ इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह हिंदू है। आतंकवाद का समर्थन करने वालों को शर्म आनी चाहिए। मैं इंसानियत के साथ हूं। दानिश ने एक कन्या ट्वीट में लिखा कि मैं जब भी कुछ रिपीट करता हूं तो कुछ भारतीय मुस्लिम लोग इससे नाराज हो जाते हैं, मैं सच में जानना चाहता हूं बस एक सवाल पूछ रहा हूं।