युवराज सिंह को भारत के महान ऑलराउंडर्स में गिना जाता है। युवराज अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते थे, वहीं एक बार उन्होंने साबित कर दिया कि उनके जैसा बल्लेबाज बन पाना मुश्किल है। भारत ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। इन दोनों ही टूर्नामेंट में युवराज सिंह को योगदान बेहद अहम था। युवराज ने अपने बल्ले से जो पारियां खेलीं थी उनकी याद आज भी हर किसी के जहन में है। युवराज को संन्यास लिए कई समय हो गया लेकिन उनकी बल्लेबाजी में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं आया है।
दरअसल, युवराज सिंह इन दिनों वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में खेल रहे हैं। युवराज इंडिया चैंपियंस की कप्तानी कर रहे हैं और अपनी कप्तानी में वह टीम को फाइनल में ले गए हैं। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने ऐसी ताबड़तोड़ पारी खेली कि देखने वालों को विंटेज युवराज याद आ गए।
9 गेंदों में मचाया कोहराम
बता दें कि, युवराज ने इस मैच में 28 गेंदों पर 59 रनों की पारी खेली। इससमें से 46 रन तो युवराज ने महज 9 ही गेंदों में बना लिए। युवराज ने इस मैच में पांच छक्के मारे। यानी 30 रन छक्कों से आ गए। वहीं चार गेंदों पर उन्होंने चौके लगाए जिसका मतलब है कि 16 रन उन्होंने महज चौके से बटोरे। 9 गेंदों पर उनके बल्ले से निकले कुल 46 रन। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 210.71 का रहा। युवराज ने इस दौरान अपने वही पुराने शॉट्स दिखआए जो उनकी बल्लेबाजी की खूबसूरती हुआ करती थी।
पठान बंधुओं का दम
युवराज के बाद युसूफ और इरफान पठान ने अपने बल्ले से जो कोहराम मचाया उसने ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस को परेशानी में डाल दिया। इरफान ने तो इस मैच में 18 गेंदों पर ही अर्धशतक जमा दिया। 19वीं गेंद पर वह हालांकि, आउट हो गए। इरफान ने अपनी पारी में तीन चौके और पांच बेहतरीन छक्के मारे। युसूफ ने 23 गेंदों पर नाबाद 51 रन बनाए जिसमें चार चौके और चार छक्के शामिल रहे। इरफान ने 263.15 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए तो युसूफ ने 221.73 की स्ट्राइक रेट से रन बटोरे।
रिटायरमेंट के बाद बल्लेबाजों से ऐसी बल्लेबाजी की उम्मीद नहीं रखी जाती लेकिन भारतीय धुरंधरों ने ये कमाल कर दिया। रॉबिन उथप्पा ने भी इस मैच में 65 रन बनाए। इंडिया चैंपियंस ने 20 ओवरों में कुल 6 विकेट खोकर 254 रन बनाए। जबकि ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस सात विकेट खोकर 168 रन ही बना सकी।