मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज के रूप में स्टीव स्मिथ को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने संकेत दिए हैं कि, ये दिग्गज बल्लेबाज कम से कम इस साल के अंत में भारत के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज में अपनी ओपनर की भूमिका निभाने के लिए तैयार होंगे।
फिलहाल, भारत बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखने के लिए इस साल नवंबर से जनवरी 2025 के बीच ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा। भारत ने 2018-19 और 2020-21 में यह ट्रॉफी बरकरार रखी।
वहीं मैकडोनाल्ड ने ‘क्रिकेट.कॉम.एयू’ से कहा कि, स्मिथ (भारत के खिलाफ चुनौतियों का) इंतजार कर रहा है और मुझे लगता है कि यह उसके लिए आंतरिक प्रेरणा होगी। वह पारी का आगाज करना चाहता है। यह एक ऐसा स्थान है जिसके लिए वह हमारे पास आया और हमें लगता है कि वह इस पर सफल हो सकता है।
बता दें कि, डेविड वार्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू सीरीज के साथ टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। जिसके बाद उनकी जगह इस साल जनवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से स्मिथ को पारी का आगाज करने का मौका मिला। हालांकि वह सलामी बल्लेबाजों के रूप में काफी प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए। इस 34 वर्षीय खिलाड़ी ने ब्रिसबेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ एक अर्धशतक जड़ते हुए नाबाद 91 रन बनाए जबकि बाकी पारियों में वह 12, 11, 06, 31, 00, 11 और 09 रन ही बना पाए।
मैकडोनाल्ड ने हालांकि इन आंकड़ों को काफी तवज्जो नहीं दी।
उन्होंने कहा कि, वह इससे निपट लेगा, यह उसके लिए एक नई चुनौती है। कोच ने आगे कहा कि, अगर आप एक नया सलामी बल्लेबाज ला रहे हैं और आपने उसे चार टेस्ट मैच दिए। और फिर कहा कि ‘ठीक है, हम इसे चार टेस्ट मैच के बाद बदलने जा रहे हैं’। आप क्या सोचेंगे कि यह उचित है या अनुचित? मुझे लगता है कि यह अनुचित है।
इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने कहा कि मौजूदा बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने के लिए किसी भी खिलाड़ी को कुछ विशेष प्रयास करने होंगे। मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘इसका मतलब यह नहीं है कि बदलाव नहीं होंगे लेकिन फिलहाल हमने यहां (न्यूजीलैंड के खिलाफ) 2-0 से जीत हासिल की है और 12 टेस्ट मैच में से हमने आठ जीते हैं जिनमें से चार हमने विरोधी के मैदान पर (इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में) जीते।”