भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में 6 रनों से ऐतिहासिक जीत अपने नाम की है। इसी के तहत दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई है। लेकिन गौतम गंभीर का रिकॉर्ड अब भी नहीं सुधरा है। उनका कोचिंग रिकॉर्ड जो अब तक टेस्ट क्रिकेट में खराब ही रहा है। गंभीर के अंडर में भारत की व्हाइट बॉल टीमों का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है लेकिन रेड बॉल फॉर्मेट में आंकड़े बहुत खराब हैं।
पिछले साल जुलाई में गौतम गंभीर ने राहुल द्रविड़ की जगह भारत के मुख्य हेड कोच का पद संभाला था। इसके बाद से भारत ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में तो कई उपलब्धियां हासिल कीं लेकिन इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी जीतना और टी20 फॉर्मेट में निरंतरता से जीत दर्ज करना इनमें शामिल हैं।
लेकिन टेस्ट क्रिकेट के दौरान गंभीर के कार्यकाल में भारत ने अपना सबसे खराब दौर देखा। घरेलू जमीन पर न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 की शर्मनाक हार और फिर ऑस्ट्रेलिया में 1-3 की हार ने टेस्ट क्रिकेट में भारत की साख को गहरा झटका दिया। 8 सालों में पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत ने गंवाई है। वहीं जब से गंभीर हेड कोच बने हैं तब से ही भारत ने SENA देशों के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है।
बतौर हेड कोच गंभीर को एक साल पूरा हो चुका है। उनके कोच रहते टीम इंडिया ने अब तक कुल 4 टेस्ट सीरीज खेली हैं जिनमें से उसे सिर्फ बांग्लादेश पर 2-0 से जीत मिली है। अगर SENA देशों के खिलाफ भारत अब तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत सका है।
इस हार के सिलसिले की शुरुआत न्यूजीलैंड के भात दौरे से हुई। सीरीज के तीनों मैचों में भारतीय टीम को करारी शिकस्त देखनी पड़ी। ये पिछले 12 सालों में पहली बार था जब भारत को किसी घरेलू टेस्ट सीरीज में हार झेलनी पड़ी। वहीं साल 2000 के बाद भारतीय टेस्ट टीम घरेलू सीरीज में पहली बार क्लीन स्वीप हुई है।
उसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नंबर आया, जिसमें टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया जाकर 1-3 मैचों की सीरीज गंवाई। ये 2017 के बाद पहली बार था जब कंगारुओं ने टेस्ट सीरीज में भारत को मात दी। अब इंग्लैंड के खिलाफ चाहे भारत ने सीरीज 2-2 से ड्रॉ करवा ली हो, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि इसका असर गौतम गंभीर की कोचिंग पर नहीं पड़ा होगा। उनके अंडर SENA देशों के खिलाफ भारत का टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड अआब भी जीरो पर्सेंट है।