ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। 35 वर्षीय मैक्सवेल ने अपने 13 साल के वनडे करियर को अलविदा कह दिया। उनके इस अचानक रिटायरमेंट के फैसले से हर कोई हैरान है हालांकि, उन्होंने अपने संन्यास की वजह भी खुद बताई है।
दरअसल, ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे में 25 अगस्त 2012 को डेब्यू किया था। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ शारजाह में पहला वनडे मैच खेला था, जिसमें उनके बल्ले से महज 2 रन निकले थे। वहीं, उन्होंने अपने वनडे क्रिकेट का आखिरी मैच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में खेला था। उस मैच में मैक्सवेल 7 रन बनाकर अक्षर पटेल का शिकार बने थे।
अब ग्लेन मैक्सवेल ने अपने 13 साल के वनडे करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने वनडे से संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि अब वह टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं। खासकर 2026 में होने वाले अगले टी20 विश्व कप को देखते हुए।
वहीं मैक्सवेल ने द फाइनल वर्ड पॉडकास्ट में कहा कि, मैंने हमेशा कहा है कि अगर मुझे लगता है कि मैं अपनी टीम के लिए बराबर योगदान दे रहा हूं तो मैं कभी भी वनडे से अलग नहीं होता लेकिन मैं स्वार्थी कारणों से खेलना नहीं चाहता था।
साथ ही मैक्सवेल ने वनडे क्रिकेट की शारीरिक मांगें, खासकर उनकी पैर की चोट के कारण, उनके प्रदर्शन को प्रभावित कर रही थीं। मैक्सवेल को लगा कि वह 2027 के वनडे वर्ल्ड कप तक शायद नहीं टिक पाएंगे और यही वजह है कि उन्होंने वनडे से संन्यास का ऐलान किया। मैक्सवेल ने आगे बताया कि उन्होंने 2027 वर्ल्ड कप के बारे में बात की और बेली से कहा कि, मुझे नहीं लगता कि मैं वहां तक पहुंच पाउंगा, ये समय है कि मेरी जगह पर दूसरे खिलाड़ियों के लिए योजना बनाना शुरू किया जाए ताकि वे इस भूमिका को अपना सकें। मैंने हमेशा कहा था कि मैं अपनी स्थिति तब तक नहीं छोडूंगा जब तक मुझे लगता है कि मैं अभी भी खेलने के लिए काफी अच्छा हूं। मैं सिर्फ कुछ सीरीजों के लिए बने रहना और लगभग स्वार्थी कारणों से खेलना नहीं चहता था।