चेन्नई। रविचंद्रन अश्विन के 500 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाने से खुश महान स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा कि पिछले एक दशक में इस ऑफ स्पिनर के सामने कई चुनौतियां आयी लेकिन वह लगातार सीखने के जज्बे और इच्छाशक्ति से इससे पार पाने में सफल रहे। अश्विन के नाम टेस्ट में 516 विकेट है और वह भारत के लिए कुंबले (619) के बाद दूसरे सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। भारत के पूर्व लेग स्पिनर कुंबले इससे बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं थे।
कुंबले ने अश्विन को 100 टेस्ट और 500 विकेट पूरे करने पर तमिलनाडु क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा, ‘‘अश्विन के सामने कई चुनौतियां आई हैं।उन्होंने किसी भी चुनौती को अपनी प्रगति में रोड़ा बनने का मौका नहीं दिया। वह एक दशक से अधिक समय से देश के लिए एक असाधारण मैच विजेता रहा है, और उसने जो निरंतरता दिखाई है, वह शानदार है।’’ कुंबले ने कहा, ‘‘ इस तरह की सफलता के लिए अपने उद्देश्य के प्रति पूर्ण समर्पण की आवश्यकता है।’’ कुंबले ने कहा कि अश्विन भारतीय प्रशंसकों द्वारा उनसे की गई भारी उम्मीदों से निपटने में सक्षम हैं।
कुंबले ने खेल के बारे में विशेषकर प्रतिद्वंद्वी के खेल के बारे में अश्विन की परख की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं भारतीय टीम का कोच था तब हमने एक साल तक एक साथ काम किया था। वह पूरी तैयारी के साथ मैदान पर उतरते है। जिन खिलाड़ियों के खिलाफ उनका मुकाबला था उनके बारे में वह पूरी जानकारी रखते थे।’’ भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि अश्विन ने देश में स्पिन गेंदबाजी का स्वरूप बदल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उस विरासत के बारे में सोच रहा हूं जो अश्विन जैसा खिलाड़ी खत्म होने के बाद छोड़ेगा। मेरा मानना है कि अभी उसे अपने करियर में लंबा सफर तय करना है।’’ द्रविड़ ने कहा, ‘‘स्पिन गेंदबाजी के बारे में सोचते ही, उन्होंने स्पिन गेंदबाजी के बारे में हमारी समझ और ज्ञान को आगे बढ़ाया है, जो एक महान विरासत है। उन्होंने स्पिन गेंदबाजी की कला और विज्ञान को बहुत बेहतर बनाया है।